अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने USA में पढ़ाई करने वाली विदेशी छात्रों को लेकर एक बड़ा वादा किया है |
एक पॉडकास्ट में ट्रंप ने कहा है कि US कॉलेज से ग्रेजुएट करने वाले विदेशी छात्रों को स्वत: ही ग्रीन कार्ड मिल जाएगा उन्होंने कहा है कि इस कदम से भारत और चीन के प्रतिभाशाली छात्र अमेरिका में रह पाएंगे|
ग्रीन कार्ड क्या होता है?
ग्रीन कार्ड जिसे आधिकारिकतौर पर स्थाई निवासी कार्ड के रूप में जाना जाता है यह एक पहचान दस्तावेज है जो दर्शाता है कि किसी व्यक्ति का USA में स्थाई निवास है,यह अप्रवासियों को जारी किया जाता है जो USA में स्थाई निवासी बनकर आए हैं|
ग्रीन कार्ड धारकों को औपचारिक रूप से वैध स्थाई निवासी के रूप में जाना जाता है|
ग्रीन कार्ड होने से आप अमेरिका में स्थाई रूप से रह सकते हैं और काम कर सकते हैं|
ग्रीन कार्ड लेने का नियम क्या है?
1.ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए आयु 18 वर्ष पूरी होनी चाहिए.
2. अगर आप अमेरिका में 5 साल से ज्यादा रह चुके हैं तो ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
3. अगर आप अमेरिका में स्थाई रूप से रहने वाले किसी नागरिक के रिश्तेदार हैं तो आप ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं .
4.अगर आप अमेरिका में नौकरी करते हैं तो आप ग्रीन कार्ड के पात्र हो सकते हैं.
5.1 जनवरी 1972 सेअमेरिका में रहने वाला कोई भी शख्स ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है.
6.ग्रीन कार्ड होल्डर को अपनी प्राथमिक सिटीजनशिप अमेरिका को रखनी होती है.
7.ग्रीन कार्ड के वैलिडिटी 10 साल तक होती है इसके बाद इसे रिन्यू करना होता है.
8. ग्रीन कार्ड होल्डर अमेरिका के सिटीजन नहीं होते और नहीं वोट कर सकते हैं.
9 .ग्रीन कार्ड की मदद से अप्रवासियों को भी अमेरिकी नागरिकों जैसी सुविधाएं मिलती हैं.
2023 के आंकड़े के मुताबिक,2 लाख से अधिकभारतीय छात्रअमेरिका से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं अगर ट्रंप अपनी बात पर कायम रहते हैं तो इसमें से कई छात्र आसानी से अमेरिका का ग्रीन कार्ड हासिल कर सकेंगे
नेशनल फाऊंडेशन फॉर अमेरिकन पॉलिसी की एक स्टडी के मुताबिक करीब 12 लाख भारतीय स्थाई नागरिकता के लिए लाइन में है वहीं अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए सभी देशों के 36 लाख लोग इंतजार में है अमेरिका में रहने वाले कल प्रवासियों में भारतीय तीसरे नंबर पर है |