खड़गे ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि NDA की सरकार बनने के पीछे कोई ठोस जनादेश नहीं है, बल्कि यह एक राजनीतिक भूल का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि NDA ने जनसंपर्क और प्रचार के दम पर लोगों को भ्रमित किया और सत्ता में आ गई। खड़गे ने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है और इसके कार्यकाल में देश को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा है।
खड़गे के इस बयान पर JDU (जनता दल यूनाइटेड) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। JDU के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस अपने 99 सीटों के फेर में फंस गई है और इस कारण से हताश होकर ऐसे बयान दे रही है। उन्होंने कहा कि NDA को जनता का पूर्ण समर्थन प्राप्त है और यह सरकार जनता के विश्वास पर खरी उतरी है। JDU ने खड़गे के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और वास्तविकता से परे बताया।
खड़गे के इस बयान ने राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है। BJP ने खड़गे के बयान को निराधार बताते हुए कहा कि NDA की सरकार जनादेश के आधार पर बनी है और देश के विकास के लिए निरंतर काम कर रही है। वहीं, अन्य विपक्षी दलों ने भी खड़गे के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि NDA की सरकार ने जनता को धोखे में रखा और उसके असल मुद्दों से भटकाया।
खड़गे के इस बयान से स्पष्ट है कि आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक माहौल में गर्मी बढ़ती जा रही है। हर दल अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नए-नए दांव आजमा रहा है। अब देखना यह है कि जनता किसे अपना समर्थन देती है और किसकी सरकार बनती है।